Rinku Singh कौन है ?


रिंकू सिंह का जीवन परिचय, रिंकू सिंह की बायोग्राफी, उम्र और जीवनी {Rinku Singh (Cricketer) Biography in Hindi, Age, Wiki, IPL and Cricket Career}


Rinku Singh (जन्म 12 अक्टूबर 1997) एक Indian क्रिकेटर हैं जो घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश और आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलते हैं। वह एक बाएं हाथ का हिटर और कभी-कभी दाएं हाथ का पिचर है।

रिंकू सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1997 को अलीगढ़, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था. उनके पिता का नाम खानचंद्र सिंह है जो एलपीजी गैस सिलेंडर डिलीवरी मैन थे और उनकी मां वीना देवी एक गृहिणी हैं. उनके दो भाई-बहन हैं; नेहा सिंह और जीतू सिंह।

रिंकू सिंह का क्रिकेट करियर

उन्होंने अंडर -16, अंडर -19 और अंडर -23 स्तरों पर उत्तर प्रदेश का और अंडर -19 स्तर पर सेंट्रल जोन का प्रतिनिधित्व किया है।

5 मार्च 2014 को, उन्होंने 16 साल की उम्र में उत्तर प्रदेश के लिए लिस्ट ए क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था, जहां उन्होंने 87 गेंदों में 83 रन बनाए थे।

कोलकाता नाईट राईडर्स की ओर से रिंकू सिंह क्रीज पर मौजूद थे। वहीं यश दयाल गुजरात टाइटंस की ओर से अंतिम ओवर में गेंदबाजी करने आये थे। पहली गेंद पर उमेश यादव ने 1 रन लेकर रिंकू सिंह को स्ट्राइक दी। इसके बाद जो हुआ वह आईपीएल के इतिहास में सबसे रोमांचक अंतिम ओवर के रूप में दर्ज हो गया है। एक समय मैच से बहुत दूर दिखने वाली कोलकाता नाईट राईडर्स को रिंकू सिंह ने लगातार पांच छक्के मारकर बेहद ही रोमांचक जीत दिला दी।

कोलकाता नाईट राईडर्स की ओर से रिंकू सिंह क्रीज पर मौजूद थे। वहीं यश दयाल गुजरात टाइटंस की ओर से अंतिम ओवर में गेंदबाजी करने आये थे। पहली गेंद पर उमेश यादव ने 1 रन लेकर रिंकू सिंह को स्ट्राइक दी। इसके बाद जो हुआ वह आईपीएल के इतिहास में सबसे रोमांचक अंतिम ओवर के रूप में दर्ज हो गया है। एक समय मैच से बहुत दूर दिखने वाली कोलकाता नाईट राईडर्स को रिंकू सिंह ने लगातार पांच छक्के मारकर बेहद ही रोमांचक जीत दिला दी।

रिंकू सिंह का जन्म 11 अक्टूबर 1997 को हुआ था। उत्तर प्रदेश के अलीगढ में जन्मे रिंकू सिंह का असली नाम रिंकू खानचंद्र जाट है। उनका जन्म पांच भाई बहनों के परिवार में हुआ था। पांच भाई बहनों में रिंकू तीसरे नम्बर की संतान हैं। रिंकू सिंह एक बेहद साधारण और गरीब परिवार से आते हैं। रिंकू सिंह के पिता घरों में सिलेण्डर की डिलीवरी किया करते थे। वहीं रिंकू सिंह की माता एक गृहणी हैं। रिंकू सिंह का बचपन बेहद संघर्षपूर्ण वातावरण में गुजरा। उनके पिता की कोई स्थायी नौकरी नहीं थी और वे एक गैस एजेंसी में सिलेण्डर डिलीवरी का कार्य करते थे। गरीबी और फटेहाली में आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण रिंकू अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाये। रिंकू सिंह केवल 9 वीं कक्षा तक ही पढे हैं। रिंकू को बचपन से ही क्रिकेट करने का शौक था।

लेकिन अपनी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण रिंकू सिंह को क्रिकेट छोडना पडा। घर की माली हालत सुधारने के लिये रिंकू ने नौकरी ढूंढना शुरू किया। लेकिन कम शिक्षित होने के कारण रिंकू को नौकरी नहीं मिली। एक जगह उन्हें एक कोचिंग सेंटर में झाडू और पोछा लगाने का काम मिला। उन्होंने सोचा कि ऐसा कर के वह अपनी माली हालत नहीं सुधार पायेंगे। इसलिये वे वापिस क्रिकेट की ओर आये और क्रिकेट खेलना जारी रखा। लगातार संघर्ष करते हुये रिंकू सिंह ने 16 साल की कम उम्र में उत्तर प्रदेश के लिये लिस्ट ए कैटेगिरी में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।

अपने क्रिकेट खेलने के सपने को जिंदा रखते हुये रिंकू सिंह संघर्ष करते हुये क्रिकेट खेलना जारी रखा। और अपनी मेहनत के दम पर ही 5 मार्च 2014 को उत्तर प्रदेश की घरेलू टीम की ओर से घरेलू क्रिकेट में अपना पदापर्ण किया। अपने पहले मुकाबले में रिंकू सिंह ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। और अपने पहलेे घरेलू मैच में ही अर्द्वशतक बनाया। रिंकू ने इस मैच में 84 रनों की पारी खेली। घरेलू टीम के लिये खेलते हुये रिंकू ने उत्तर प्रदेश की अंडर 19 और अंडर 23 की टीम में भी खेलने का मौका मिला। रिंकू ने इसके बाद सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में भी अपने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया।

अपने लगातार अच्छे प्रदर्शन के चलते जल्दी ही रिंकू को प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी चयनित कर लिया गया। 5 नवंबर 2016 को रिंकू सिंह ने रणजी ट्रॉफी का अपना पहला मैच खेला। रणजी ट्रॉफी के 2016-2017 के सीजन में रिंकू सिंह ने 40 मैचों में शानदार औसत से कुल 2875 रन बनाये। इसी दौरान रिंकू ने अपना उच्चतम स्कोर 163 रन भी बनाया।

अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उम्दा प्रदर्शन का रिंकू सिंह को फायदा हुआ। और अगले ही साल उन्हें आईपीएल 2017 में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में शामिल होने का मौका मिला। इस बार के आईपीएल सीजन में रिंकू सिंह को पंजाब की टीम ने उनके बेस प्राइस 10 लाख रूपये में खरीद लिया। हालांकि इस सीजन में रिंकू केवल बेंच पर दर्शक बनकर ही रहे और उन्हें पंजाब की ओर से एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।

अगले साल रिंकू को कोलकाता नाईट राईडर्स ने 80 लाख में खरीदकर अपनी टीम में शामिल कर लिया। तब से वर्तमान तक रिंकू सिंह कोलकाता नाईट राईडर्स की ओर से ही खेलते आ रहे हैं। आईपीएल में रिंकू सिंह को एक विस्फोटक बल्लेबाज के रूप में जाना जाता है। हालांकि साल 2017 से 2020 तक रिंकू को प्रतिभा के अनुसार मौके आईपीएल में नहीं मिले। जबकि उन्हें पंजाब और कोलकाता नाईट राईडर्स की टीम के द्वारा ऑक्शन में खरीदा भी गया था। साल 2022 में रिंकू को पिछले सीजन्स के मुकाबले अधिक मौके दिये गये। इस बार रिंकू को कोलकाता नाईट राईडर्स के द्वारा खेले गये 7 मुकाबलों में टीम में शामिल किया गया था। इन मुकाबलों में रिंकू ने 148 के स्ट्राइक रेट से 174 रन बनाये।

साल 2023 के आईपीएल के सीजन में रिंकू सिंह अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कोलकाता नाईट राईडर्स की ओर से खेलते हुये रिंकू ने दूसरे ही मैच में रॉयल चैलेंजर बैंगलोर के खिलाफ 33 गेंदों में 46 रन बनाये। लेकिन उनका इस आईपीएल का तीसरा मैच रिंकू और आईपीएल प्रेमियों के लिये यादगार बन गया। इस मैच में रिंकू की पारी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। गुजरात टाइटंस के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुये रिंकू सिंह ने यश दयाल की गेंद पर पारी की अंतिम पांच गेंदों पर पांच छक्के लगाकर न सिर्फ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाया, बल्कि अपनी टीम कोलकाता नाईट राईडर्स को भी रोमांचक जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

अपनी इस पारी में रिंकू ने मात्र 21 गेंदों में 228 के स्ट्राइक रेट से 48 रन कूट डाले। अपनी इस पारी में रिंकू ने 1 चौका और छ छक्के भी लगाये। रिंकू सिंह आईपीएल के इतिहास के मात्र पांचवे खिलाडी हैं जिन्होंने एक ओवर में लगातार पांच छक्के लगाये हैं। साथ ही वे आईपीएल के अंतिम ओवर में यह कारनामा करने वाल पहले खिलाडी हैं।



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